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मिथलाक तकलीफ

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सूनू योव बाबू सूनू योव नेता, सूनू योव मूखिया गाम के, नेता जी के देश मै भैया, होर लगल ऐछ दाम के, आंटाक बलहल चिनिक बरहल, बरहल तेलक दाम योव, सांझ क डिबिया भूक-भूक कने, अंहांर ऐछ धर दलान योव, इंटर कलू बी0 ए0 कलू, कलू ऐम0 ए0 पास योव, मिथिलांचल मे नोकरी नय ऐछ, देखू दोसर राज्य रोव, हम प्रदेशी बीरेन्र्द मंडल, कहै छी इ काइन के" नेता जी के देश मे भैया, होर लगल छै दाम के, अपने घूमैं देश -बिदेश मे, भटकि हम राजे - राज्य योव, झारू-बहारू बरतन पोछा, मैला ढोबैय के काज योव, वइठांमक नेता जी कहैया, भगव बिहारि के बाईन्हः के, मोदी जी के देश मे भैया , तोफा मिलऽल आपमान के बीरेन्र्द मंडल धानूक 17/07/2015 (भाई हम अप्पन दूख बैक्त केली कोनो नेता आ र्पाटिक मन दूखब के हमर कोनो मंषा नय ऐछ।)

मिथिलाक प्रदेशिक परिवारक हाल

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सुनु योव मिथिलाक लाल कहैछी, किया अतेक प्रदेश रहैछी । मायक आंचर  सब दिन भीजैय, नीत आंहांक बाट जोहैय, सोंचैय आइ बोवा एता, खूब कमाक ढोवा लोवता, पर हम कोड़ी कि करब आब त" किछ दिम मे हम मरब, किया नय बाबू घर अबै छी, सुनु योव मिथिलाक लाल कहोछी, किया  अतेक प्रदश रहै छी॥ बोवा बूच्चि नीत कनैय, हाटक दिन क" बाट तकैय, कहैय आई बाबू औता , झोरा मे खूब सनेश लोता, आई त' हम खूब खाएब, बाबू के संग खेलाएब, कन्हा प बैस घूमअ जाएब, सांझ क बोवा खूब कनैय, कैन्ते-कैन्ते शूईत रहैय, नीत व वतबे काज करैय, कीया ओकर बच्पन छिनै छी' सुनु योव मिथिलाक लाल कहै छी' कियि अतैक प्रदेश लहै छी॥ शुनूयोव सजनी कि कहैय, भितरे भितरे उ' घूटैय, निरजान फोटो सं बात करैय, बैमान बालम किया नइ अबै छी, पिया मिलन ले' हम तरसै छी, सुनू योव मिथिलाक लाल कहै छी, किया अतैक प्रदेश रहै छी॥ बड कमेलों बड कमेलों , कौरी ले मिथिला संन देश  गमेलों, दलानक दिया नित जरैय, आब नय कियो संगतूरिया बैसैय, काठक कूर्सि सेहो कनैय, बूरहः बाबू जी बस मोन रहै य, मने-मन वहो कनैय, हे बिधाता आगूक जिनगी क