संदेश

dhanuk लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जिंदगी कि हद, रोटी-कपड़ा-मकान पर है। पर हमारे लालच की हद, सातवें आसमान पर है पक्षी की है उतनी दुनिया, वो जितनी ऊंची उड़ान पर है मेरा खुदा जमीन पर है, उसका तो आसमान पर है

चित्र
  नेता का मतलब है समाज का नेतृत्व करने वाला मार्गदर्शक ऐसा मार्गदर्शक जिसे समाज की सारी समस्याओं का सही जानकारी हो इतना ही नहीं बल्कि उन समस्याओं का हल करने की भी  क्षमता हो जिसमें यह गुण हैं,वह समाज और देश का सही दिशा दे  सकता है। जिस देश या समाज में ऐसा नेता   होंगे वह देश समाज हमेशा तरक्की करेगा, जिस देश या समाज में ऐसा  नेताओं कि अभावों होंगे,वह देश या समाज समस्याओं से घिरा रहेगा। JOIN MY YOUTUBE CHANNEL ऐसा नहीं है कि हमारे समाज में बुद्धिजीवी लोगों की कमी है बस कमी है एक सच्चे ईमानदार समाज प्रेम देश प्रेम करने वाले सच्चे लीडर का जो आज तक धानुक समाज को नहीं मिला। इसलिए समाज अनेक समस्याओं से गिरा हुआ है। समाज का मार्गदर्शन करना एक गुरु की जिम्मेदारी है, जिसे हर कोई नहीं निभा सकता प्राचीन काल में गुरु की भूमिका पुरोहित लोग निभाते थे ज्ञान का प्रसार करना और राजतंत्र की गहरी रुचि रखते थे और वो पद और प्रतिष्ठा से हमेशा दूर रहते थे। आज का सामाजिक दृश्य कुछ अलग ही है लोग पद और प्रतिष्ठा के लिए किसी हद तक जा सकता है। चाणक्य की नीति सभी जान...

दहेज प्रथा बिहार का अभिश्राप है

चित्र
जय धानुक समाज दहेज़ के बारे में लिखना पढ़ना उसे बुरा बताना तो हर कोई चाहता है, पर उसे खत्म करना कोई नहीं चाहता क्यों? जब बात बेटे कि शादी कि हो तो बाप बहुत ही चौरा होकर दहेज मांगता है, और जब देने कि बाड़ी आए तो सर पकर कर रोता हैं। थोड़ा कड़वा है परन्तु १००% सच्च है, अगर किसी को बुड़ा लगे तो छमा प्रार्थी हूं 🙏 खासकर के मिथिलांचल के धानुक भाईयों वो दिन अब ज्यादा दुर नहीं, जब आपको भी अन्य प्रदेशों के तरह, अपने बच्चों के लिए लड़की मिलना बंद हो जाए। आज जिस तरह से गरीबी मां बाप अपने बेटीयों कि सादी UP करने पर मजबुर हैं। हम किसी भी नेता या पार्टी को जानतें हैं या नहीं, उस से पहले क्या हम खुद को जान पायें हैं।  बहुत सारे हमारे आदरणीय समाज सेवक को देखा हुं, facebook whatsapp पर तो समाज सेवा की बात करते हैं, बात जब दहेज लेने की आती है उसे बड़े ही शिद्दत से अंजाम देते हैं, है ना अजीब। जब बच्चे शिक्षित हो जाते हैं तो उसे किसी नेता की पैरवी की जरुरत नहीं पड़ता, वह अपना रास्ता खुद ढूंढ लेते हैं । बस जरुरी है उस स्तर की शिक्षा के जो हमारे समाज में ज्यादा तर घरों में होना मुश्किल है...